जानें, क्या है राज्य सरकार की योजना और इससे कैसे मिलेगा लाभ
रबी की फसल की कटाई के बाद अब खरीफ की बुवाई का सीजन शुरू होने वाला है। किसान रबी फसल के विक्रय के बाद खरीफ फसलों की बुवाई के काम में लग जाएंगे। खरीफ फसलों में धान प्रमुख फसल है। इसकी बुवाई में पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है लेकिन गिरते भू-जल स्तर को देखते हुए सरकार किसानों को धान की सीधी बुवाई करने की सलाह दे रही है। इसके लिए हरियाणा सरकार की ओर से राज्य के किसानों को 4 हजार रुपए प्रति एकड़ की अनुदान राशि दी जा रही है। इधर पंजाब सरकार की ओर से किसानों को धान की सीधी बुवाई करने पर प्रति एकड़ 1500 रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
हरियाणा में कितने क्षेत्र में रखा गया है धान की सीधी बुवाई का लक्ष्य
हरियाणा राज्य में धान की खेती का कुल क्षेत्रफल करीब 13 लाख हैक्टेयर है। इनमें से राज्य सरकार ने इस बार प्रदेश में एक लाख एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य रखा है। इसमें करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल सहित 12 जिलों को यह लक्ष्य दिया गया है। इसके साथ ही सरकार ने इस योजना में सभी जिलों के लिए कुल 40 करोड़ रुपए का बजट रखा है।
धान की सीधी बुवाई से क्या होगा लाभ
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार धान की पारंपरिक रोपाई की तुलना में सीधी बिजाई में करीब 25-30 प्रतिशत पानी की बचत होती है और श्रम बहुत कम लगता है। इसी के साथ ही सीधी बुवाई तकनीक और पारंपरिक तकनीक से धान की पैदावार करीब समान होती है।
हरियाणा में किसान कब से कर सकेंगे धान की बुवाई
हरियाणा सरकार की घोषणा के अनुसार राज्य के किसान 20 मई के बाद धान की सीधी बिजाई कर सकते है। वहीं, पारंपरिक धान की रोपाई 15 जून के बाद शुरू होगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, धान की सीधी बिजाई में पारंपरिक बुआई की अपेक्षा पानी की खपत कम होती है।
इस बार 2.5 एकड़ तक की शर्त हटाई, किसानों को होगा लाभ
हरियाणा सरकार ने धान की सीधी बुवाई करने वाले किसानों को अनुदान दिए जाने की शर्त में बदलाव किया है। पहले धान की सीधी बुवाई करने पर किसान 2.5 एकड़ तक ही अनुदान ले सकते थे। लेकिन अब राज्य सरकार ने यह शर्त हटा ली है। अब किसान 2.5 एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में धान की बुवाई करके अनुदान का लाभ ले सकते हैं। जैसे- किसी किसान ने 5 एकड़ में धान बोया है तो उसे 4 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से 5 एकड़ के लिए 20 हजार रुपए दिए जाएंगे। जबकि पहले ऐसा नहीं था पहले चाहे आपने 5 एकड़ में धान क्यूं न बोया हो आपको सिर्फ 2.5 एकड़ तक ही अनुदान दिया जाता था।
पहले से कम हुआ है अनुदान
बता दें कि हरियाणा ने धान पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि घटा दी है। पहले धान की सीधी बुवाई पर 5 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता था। लेकिन इस बार सरकार ने इसमें 1 हजार रुपए घटा दिया है। अब किसानों को प्रति एकड़ 4 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
धान की सीधी बुवाई पर अनुदान प्राप्त करने के लिए कैसे करें आवेदन
धान की सीधी बुवाई पर अनुदान का लाभ लेने के लिए किसान 30 जून तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद कृषि अधिकारी, पटवारी, नंबरदार फसल का भौतिक सत्यापन करेंगे। इसके बाद लाभार्थी किसानों को सीधे बैंक खाते में प्रोत्साहन राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। बता दें कि हरियाणा सरकार की ओर से मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर किसानों को रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन में किसानों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी के अलावा फसल का ब्योरा देना होता है कि कितने क्षेत्र में किसान ने किस फसल की बुवाई की है। इससे किसानों को अनुदान का लाभ प्रदान करना आसान हो जाता है।
धान की सीधी बुवाई पर अनुदान के लिए आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
धान की सीधी बुवाई पर अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन हेतु आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जो इस प्रकार से हैं-
- आवेदन करने वाले किसान का आधार कार्ड
- किसान का स्थाई निवास प्रमाण-पत्र
- किसान के खेत के कागजात
- किसान का बैंक खाता विवरण हेतु बैंक पासबुक की कापी
- किसान का पासपोर्ट साइज फोटो
- किसान का मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो।