6-हिन्दी में ध्वनियाँ कितने प्रकार की होती है?
- 2
- 4
- 6
- 8
उत्तर : (a) हिन्दी वर्णमाला में ध्वनियाँ मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं-(1) स्वर (2) व्यंजन। स्वतंत्र रूप से उच्चरित होने वाले वर्ण ‘स्वर’ कहलाते हैं तथा स्वरों की सहायता से उच्चरित होने वाले वर्ण ‘व्यंजन’ कहे जाते हैं।
7-जिनका उच्चारण स्वतंत्रता से होता है और जो व्यंजन के उच्चारण में सहायक होते हैं उसे कहते हैं :
- संज्ञा
- स्वर
- व्यंजन
- विसर्ग
उत्तर : (b) जिनका उच्चारण स्वतंत्रता से होता है और जो व्यंजन के उच्चारण में सहायक होते हैं उसे स्वर कहते है। इनके उच्चारण में भीतर से आती हुई वायु मुख से निर्बाध रूप से निकलती है। हिन्दी में स्वर वर्णों की संख्या ग्यारह है।
8-जिन वर्णों का उच्चारण स्वतन्त्र होता है उन्हें कहते हैं।
- स्वर
- बोली
- व्याकरण
- व्यंजन
उत्तर (a) : जिन वर्णों का उच्चारण स्वतंत्र होता है, उन्हें ‘स्वर’ कहते हैं। स्वरों की सहायता से बोले जाने वाले वर्ण ‘व्यंजन’ कहलाते हैं। भाषा के शुद्ध और स्थायी रूप को निश्चित करने के लिए आवश्यक नियमबद्ध योजना को ‘व्याकरण’ कहते हैं तथा भाषा का क्षेत्रीय रूप ‘बोली’ कहलाता है।
9-हिंदी वर्णमाला में स्वरों की संख्या ……… है। रिक्त स्थान की पूर्ति करें
- 11
- 10
- 9
- 13
उत्तर : (a) हिन्दी वर्णमाला में स्वरों की संख्या 11 है, जो इस प्रकार है- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ,ओ, औ ।
10-निम्नलिखित में कौन स्वर नहीं है?
- अ
- उ
- ए
- ब
उत्तर : (d) प्रश्नगत विकल्पों में ब स्वर नहीं है. यह व्यंजन व्यजन है। यह प बर्ग का तृतीय व्यजन है|