WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now

प्रदेश जलवायु

प्रदेश जलवायु (Climatie)

मौसम- किसी क्षेत्र की किसी समय विशेष में वायुमण्डलीय दशाओं या अवस्थाओं के अल्पकालिक अध्ययन को मौसम कहते हैं।

जलवायु – किसी क्षेत्र विशेष में वायुमण्डल के मौसमी दशाओं का औसत अध्ययन दीर्घ कालिक रूप में किया जाय उसे जलवायु कहते हैं।

प्रदेश जलवायु – किसी क्षेत्र या प्रदेश में एक समान वायुमण्डलीय दशाओं या जलवायु के अध्ययन को जलवायु प्रदेश कहते हैं। विशुवत रेखीय जलवायु- इसे उष्ण आद्र जलवायु प्रदेश कहा जाता है।

इस प्रदेश का विस्तार 5º Nऔर 5ºS है।

इस जलवायु का क्षेत्र द0 अफ्रीका अमेजन बेसिन, कोलम्बिया, इक्वेडोर का पठार दक्षिणी अफ्रीका महाद्वीप में कांगो बेसिन, जायरे प्रदेश, केन्या सोमालिया, यानि पूर्वी अफ्रीका के कुछ प्रदेश, एशिया में इण्डोनेशिया द्वीप।

  •  औसत तापमान- 26º C
  •  इस प्रदेश में संवाहनी वर्षा होती है शाम 4 बजे के आस-पास मूसलाधार वर्षा होती है। इसी लिए इसे 4 Oclock Rain कहते हैं।
  •  आर्द्रता ज्यादा पायी जाती है इस लिए यह निम्न विकास का क्षेत्र है।
  • अमेजन बेसिन में प्सेलवास नाम के बन पाये जाते हैं।
  •  यह प्रदेश जैविक विविधता से परिपूर्ण है।
  • Orgnie Matter  या बायोमास सर्वाधिक इसी क्षेत्र पर पाये जाते हैं।
  • वनों की बहुलता और ऊॅचें वृक्ष और वृक्षों के ऊपर लतायें पायी जाती हैं।

पायी जाने वाली प्रमुख जनजातियाँ-

  • अमेजन बेसिन – बोरा, कांगो, बेसिन- पिग्मी (बृक्षों पर निवास करने वाली)
  • इंण्डोनेशिया या मलेशिया – सेमांग
  •  प्रमुख वृक्ष – सदाबहार वन, रोडबुज, रोडापार्चा, देवदारू।
  • उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी जलवायु – 5ºN से 30ºS और 5ºS से 30ºS तक पायी जाती है।
  • इसमें पूर्वी एशिया और दक्षिणी एशिया के सभी देश आते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिणी फ्लोरिडा और मैक्सिको के आस-पास लैटिन अमेरिका और वेनेजुएला कोलम्बिया तथा उत्तरी-पूर्वी ब्राजील, अफ्रीका का दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्र मोजाम्बिक और मेडागास्कर और आस्ट्रेलिया का पूर्वी क्षेत्र।
  •  विषेशता – तापमान- 25º के आस-पास

शीत ऋतु- 15

ग्रीष्म ऋतु में 35ºC  से अधिक

वर्षा- 150 C.M

  •  यह जलवायु प्रदेश मानव आवास योग्य है।
  •  उष्ण कटिबन्धीय चक्रवात से विभिन्न प्रकार के चक्रवात इन क्षेत्रों पर चलते हैं।

सवाना सूडान तुल्य जलवायु प्रदेश – यह जलवयु प्रदेश 5ºN -20ºS और 5º-S-.20ºS के बीच पाया जाता है।

  •  यह प्रदेश मानसूनी प्रदेश के पश्चिम और मरूस्थलीय प्रदेश या सहारा के पूरब क्षेत्र में स्थित है।
  • इसका तापमान ग्रीष्म ऋतु में 30ºC और शीत ऋतु में 15-20ºC पाया जाता है।
  •  इसको उष्ण कटिबन्धीय घास क्षेत्र भी कहते हैं।
  •  यहाॅ पायी जाने वाली घासों के विभिन्न नाम-
  •  सूडान के पास- सवाना।
  •  सूडान के दक्षिण- पार्क लैण्ड।
  •  ब्राजील में – कैम्पास।
  • वेने जुएला में – लैनोज।

 उष्ण कटिबन्धीय मरूस्थलीय जलवायुु प्रदेष या सहारा क्षेत्र – 

  • यह क्षेत्र 20º-30ºN और 20º-30ºN के बीच में महाद्वीपों के पश्चिमी क्षेत्र में पाया जाता है।
  •  यहाॅ वर्षा 25ºC से कम होती है।
  • अपवाद स्वरूप सहारा मरूस्थल महाद्वीपों के बीच में पाये जाते हैं।
  •  विश्व में सर्वाधिक तापमान इसी जलवायु प्रदेश के लीबिया देश के अलजीजिया क्षेत्र में पाया जाता है।
  • जहाॅ तापमान 58ºC होता है। उसके बाद कैलिफोर्निया में मृतघाटी 57º थार मरूस्थल जैकोकाबाद 54º है।

उष्ण कटिबन्धीय शुष्क 

  • आद्र या स्टेपी या टुरान तुल्य प्रदेश – इस जल वायु क्षेत्र का विस्तार 30ºN -35ºS और 30º -35ºS तक महा द्वीपों के मध्य में पाये जाते हैं।

तापमान

  •    जुलाई में – 20º -25
  • जनवरी में – 8ºC – 11ºC

25-50 C.M

वन कम पाये जाते हैं। बड़ी-छोटी घासें पायी जाती है जिनका विभिन्न क्षेत्र में विभिन्न नाम हैं।

  •  उत्तरी अमेरिका में – प्रेयरी
  • रूप में – स्टेपी
  •  दक्षिणी अफ्रीका – बेल्ड
  • दक्षिणी आस्ट्रेलिया – डाउन्स
  • पोलैण्ड – पेस्टिजों

 जनजातियाॅ-

  •   रूस के स्टेपी घास के मैदानों में कजाक, कालमुखी, सेमाइड जनजातियाॅ पायी जाती हैं।
  •  दक्षिण अफ्रीका के नेटाल प्रान्त में जुलू जनजाति पायी जाती है।
  • भू-मध्य सागरीय जलवायु प्रदेश –  भू-मध्य सागरीय जलवायु का विस्तार भू-मध्य रेखा के दोनों तरफ 30-40ºN और S है महा द्वीपों के पश्चिमी भागों में पायी जाती है।

इसका क्षेत्र निम्नलिखित देश हैं-

  1. . भू-मध्य सागरीय तटवर्ती क्षेत्र।
  2.  उत्तरी अमेरिका में उत्तरी कैलिफोर्निया के पास।
  3. दक्षिणी अमेरिका में मध्य बिली के पास।
  4.  अफ्रीका में दक्षिणी अफ्रीका के पास।
  5.  आस्ट्रेलिया में दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण पूर्व (वेल्थ कैनबरा) और न्यूजीलैंण्ड का उपरी भू-भाग में पाया जाता है।

वर्षा – 40-60 C.M होती है। ग्रीष्म काल में वर्षा नहीं होती है।

 शीतोश्ण कटिबन्धीय मानसूनी जलवायु या चीन तुल्य जलवायु प्रदेश-

विस्तार –  30-40ºN और 30º-.40ºS में महाद्वीपों के पूर्वी क्षेत्र में।

वर्षा- 125 सेन्टीमीटर

तापमान- 15- 20ºC

शीतोश्ण मरूस्थलीय जलवायु या इरान तुल्य जलवायु :-

इसका विस्तार China Tybe और Meeleterrain के मध्य में 30-40ºN  और 30-40ºS  में पाया जाता है।

वर्षा- 25-50 C.M

इसका विस्तार अन्तरापर्वतीय पठारों पर हुआ है।

वेद्दा जनजाति श्री लंका में और बद्दू जनजाति अरब में पायी जाती है।

 पश्चिमी यूरोप जलवायु –

विस्तार-  उत्तरी गोलार्द्ध मे यह जलवायु भू-मध्य सागरीय के उत्तर में तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में भू-मध्य सागरीय जलवायु के दक्षिण में महाद्वीपों पश्चिमी किनारों पर 40º-60ºN और 40-60ºS के मध्य पाया जाता है।

  •  साल भर वर्षा होती है तथा समजलवायु पायी जाती है।
  •  इस क्षेत्र में न्यूजीलैण्ड, तस्मानिया, विक्टोरिया, आदि देश आते हैं।

वर्षा- 125 – 150 C.M

सेंट लारेंष तुल्य जलवायु प्रदेश – 

विस्तार – इस प्रकार की जलवायु का विस्तार महाद्वीपों के पूर्वी क्षेत्र में 40-65ºN तथा 40-65ºS के बीच पायी जाती है। इसके क्षेत्र चीन के आस-पास मनचूरिया का क्षेत्र, सखलिन और हुकैडो का आस-पास का क्षेत्र है।

  •   ऐसे क्षेत्र में मत्स्य पालन का विकास होता है।

साइबेरिया या टैगा टाइप जलवायुः-

यह जलवायु प्रदेश दक्षिणी गोलार्द्ध में नहीं पायी जाती है।

  •  40-65ºN में सेंट लारेंश तथा पश्चिमी यूरोपीय जलवायु के मध्य में पाया जाता है।
  • कोणधारी बन पाये जाते हैं इसीलिए इस प्रदेश को टैगा जलवायु प्रदेश कहा जाता है।
  • टैगा बन इसे रूस में तथा कनाड़ा में इसे कोणधारी वन कहा जाता है।
  •  10ºC की तापमान रेखा टैगा और टुन्ड्रा जलवायु को अलग करती हैं।
  •   इस जलवायु की प्रमुख विशेषता है कि रूस का वर्खोयान्स स्थान विश्व का सर्वाधिक ठण्डा प्रदेश है जहॅा औसत तापमान 50ºC  पाया जाता है। तथा यहां का तापान्तर सर्वाधिक 40-60º या 65º के बीच होता है।

 टुन्ड्रा जलवायु प्रदेश –

इस प्रकार की जलवायु को साइबेरिया के उत्तर में टुन्ड्रा एवं कानाडा के उत्तर में इसे बैरन लैण्ड कहा जाता है।

  •  महत्वपूर्ण वन टैगा वन प्रदेश है जो औद्योगिक कार्यों के लिए लाभकारी है।
  •  टुन्ड्रा जलवायु प्रदेश में एस्किमों जनजाति पायी जाती है जो शिकार करते हैं जो स्लेज नामक गाड़ी का प्रयोग करते हैं तथा इग्लू नामक मकान का निर्माण करते हैं।
  •  बुशमैन जनजाति कालाहारी मरूस्थल में पाये जाते हैं। पिग्मी की प्रजाति जो यूरोपीय की क्रास प्रजाति है जो बान्टू नामक जनजाति है जो मध्य अफ्रीका में पाये जाते हैं।
  •   मशाई जनजाति केन्या और अफ्रीका में पायी जाती है।
  •  माओरी न्यूजीलैण्ड में।
  •  लैप्स- नार्वे स्वीडन के पास स्कैन्डीविया के क्षेत्र में।
  •  वेद्द- श्रीलंका में।
  • हौंसा- नाइजीरिया में।
  •  फेल्लाह- नील नदी की घाटी में।
  •  पेस्टिजो- पम्पास क्षेत्र में।
  •  रेड इण्यिन- कनाडा के पास।
  •  ऐन- जापान में
  •  अफरीदी- पाकिस्तान में।
Share

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *